- Albert Mandoriya, Editor In Cheif, Amlive24
झाबुआ मामला जिला मुख्यालय झाबुआ से लगभग 7 किमी दूर ग्राम नरवालिया पटवारी हल्का-19 पर राजस्व रिकार्ड में दर्ज स्व: श्री लेवनार पिता रेमी मंड़ोरिया के नाम खाता सर्वे की भूमि पर 1.108 हेक्टेयर रकबा कृषि भूमि स्व: श्री लेवनार पिता रेमी मंड़ोरिया के नाम पर वर्ष-1966-70 से राजस्व रिकार्ड में दर्ज हैं स्व:श्री लेवनार मंड़ोरिया की मृत्यु के बाद उक्त कृषि भूमि स्वतः राजस्व रिकार्ड में कम रकबा 0.8500 कृषि भूमि दर्ज किया गया हैं जबकि स्व: श्री लेवनार मंड़ोरिया के वारिसो द्वारा उक्त कृषि भूमि मेंसे आज दिनांक तक उक्त कृषि भूमि ना किसी को बेचीं गई हैं ना किसी को भूमि दान में दी गई ऐसे में स्व: श्री लेवनार मंड़ोरिया की भूमि राजस्व रिकार्ड में कम भूमि दर्ज होना यह निष्पक्ष जाँच का विषय हैं
कैथोलिक मिशन ईशगढ़ पिपलिया द्वारा उक्त कृषि भूमि का अवैध रूप से सीमांकन करते हुए पल्ली पुरोहित मुकेश गरासिया, एवं कैथोलिक मिशन पिपलिया द्वारा नियुक्त पदाधिकारियों की मिलीभगत से स्व: लेवनार पिता रेमी मंड़ोरिया के वैध वारिसो से उक्त कृषि भूमि षडयंत्र पूर्वक छीनने के उद्देश्य से कैथिलिक मिशन की अभिरक्षा में जोसफ पिता पीटर मंड़ोरिया द्वारा फर्जी दस्तावेजो के आधार पर फौती नामांतरण आवेदन प्रस्तुत किया गया था परन्तु तहसीलदार श्री सुनील कुमार डावर झाबुआ द्वारा फर्जी दस्तावेजो का अवलोकन परिक्षण करते हुए जोसफ पिता पीटर मंड़ोरिया द्वारा प्रस्तुत फौती नामांतरण आवेदन निरस्त किया गया है इस प्रकार जोसफ पिता पीटर मंड़ोरिया द्वारा खाता सर्वे न- 9 व 12 , ग्राम नरवालिया एवं खाता सर्वे न- 263 व 304 ग्राम पिपलिया उक्त 4 खाता सर्वे का फौती नामान्तरण निरस्त हुआ इस प्रकार जोसफ मंड़ोरिया खुद का आशियाना भी नहीं बचा पाया क्योंकि फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर प्रशासन को गुमराह किया जा रहा था
हल्का पटवारी जाँच रिपोर्ट से स्पष्ट हुआ कि कैथोलिक मिशन पिपलिया एवं जोसफ पिता पीटर मंड़ोरिया द्वारा स्व: श्री लेवानर मंड़ोरिया के वारिसो की कृषि भूमि छीनने के उद्देश्य से फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र एवं शादी प्रमाण-पत्र आदि दस्तावेज बनवा कर प्रशासन को गुमराह करते हुए उक्त भूमि का फौती नामांतरण करने की कोशिश में बलछल का प्रयोग किया गया, सूत्र बताते कि उक्त षडयंत्र में कई बड़े नेता एवं अधिकारी भी शामिल हैं

ग्राम नरवालिया के बड़े बुजुर्ग के अनुसार ग्राम नरवालिया पटवारी हल्का न-19 खाता सर्वे न-12 पर स्व: श्री लेवानर पिता रेमी मंड़ोरिया निवास वर्ष-1966-70 से निवास करता था एवं स्व: श्री लेवनार मंड़ोरिया के देहांत के बाद उनकी धर्मपत्नी एवं उनके वारिस उक्त विवादित कृषि भूमि पर वर्षो से निवासरत व इसी भूमि पर कृषि भी करते हैं
राजस्व रिकार्ड खाता सर्वे न-12 पर सबीना पिता दानियल नाम दर्ज हैं सूचना का अधिकार में प्राप्त प्रमाणित जानकारी से स्पष्ट हुआ यह कि सबीना पिता दानियल नामक व्यक्ति ग्राम पंचायत नरवालिया एवं ग्राम पंचायत पिपलिया की शासकीय रिकार्ड में दर्ज नहीं पाया जाना संदेह की परिधि में होकर यह तथ्य निष्पक्ष जाँच का विषय हैं चूँकि शासकीय रिकार्ड अनुसार जोसफ मंड़ोरिया की मृतक धर्म पत्नी स्व: श्रीमती रामाबाई मंड़ोरिया हैं सबीना पिता दानियल नहीं हैं
आश्चर्य की बात हैं यह कि अपने ही समाज के लोगो को ही धर्म के नाम उपेक्षित करना चर्च में आने से मना कर उनकी भावना से खिलवाड़ कर पीड़ित पक्ष के साथ विगत 5-6 माह से लगातार पीड़ित पक्ष को उक्त भूमि छीनने के लिए सरे आम डराया धमकाया जाकर परेशान किया जा रहा है कि तुम लोग द्वारा यहाँ पर अवैध कब्ज़ा कर मकान बनाकर निवास कर रहे है तुम्हारे मकान जेसीबी द्वारा हम गिरा देंगे तुमको यहाँ से गाँव छोड़ कर भागादेंगे, जून माह में फादर मुकेश गरासिया की उपस्तिथि में उनके निर्देश पर दबाव पूर्वक उक्त कृषि भूमि पर बिना ग्राम पंचायत की अनुमति एवं बिना डायवर्शन के पक्की बाउन्ड्रीवाल का निर्माण कार्य भी शुरू किया गया था परन्तु प्राप्त शिकायत के बाद निर्माण कार्य जाँच दल द्वारा रुकवाया गया हैं
जून माह में घटना स्थल पर सैकड़ो उग्र लोगो के साथ पल्ली पुरोहित मुकेश गरासिया द्वारा पीड़ित पक्ष की माता को दबाव पूर्वक कहा जाता हैं यह कि मेरे द्वारा यह कृषि भूमि जोसफ पिता पीटर मंड़ोरिया से खरीदी गई हैं अब से इस भूमि पर तुम्हारा कोई अधिकार नहीं हैं जबकि उक्त भूमि पर राजस्व रिकार्ड अनुसार सबीना पिता दानियल नाम दर्ज हैं उक्त भूमि पर जोसफ पिता पीटर मंड़ोरिया द्वारा प्रस्तुत फौती नामांतरण आवेदन निरस्त होने से स्पष्ट हैं यह कि अब जोसफ पिता पीटर मंड़ोरिया का उक्त भूमि पर अब कोई स्वमित्व अधिकार नहीं हैं ऐसे में कैथोलिक मिशन पिपलिया द्वारा जोसफ मंड़ोरिया से यह भूमि किन आधार पर खरीदी गई इस तथ्य की निष्पक्ष जाँच की जावेइस प्रकार से कैथोलिक डायोसिस झाबुआ के जिम्मेदारो के द्वारा नियुक्त पदाधिकारियों के मध्यस्ता से खुलेआम गुंडागर्दी करने की जिम्मेदारी लेने से क्यों पल्ला झाडते हुए कहा जाता कि यह भूमि विवाद दोनों पक्षों के बीच हैं इस में हमारा कोई लेना देना नहीं हैं परन्तु इनके द्वारा ही नियुक्त फादर मुकेश गरासिया एवं पदाधिकारियों द्वारा किये गए उक्त कृत्य का जिम्मेदार कौन और यदि पदाधिकारियों द्वारा स्वयं की जिम्मेदारी पर पीड़ित पक्ष को बार-बार डराया धमकाया जाता हैं ऐसे में कैथोलिक मिशन डायोसिस झाबुआ द्वारा नियुक्त पदाधिकारियों पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं करना धर्म के नाम पर गुमराह करना स्पष्ट प्रतीत हो रहा हैं
उक्त घटना से कैथोलिक डायोसिस झाबुआ द्वारा सम्पूर्ण इसाई समाज व अन्य जाति समाज संगठन के लिए झूठ पर झूठ बोलते हुए क्या साबित करना चाह रहे हैं शायद यह समझाने की अब जरुरत नहीं रही हैं इस प्रकार किसी गरीब का अधिकार छिनना कोई जाति धर्म नहीं सिखाता हैं कैथोलिक डायोसिस झाबुआ को इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करना चाहिए
मुझे इस बारे में मिडिया को कुछ भी जवाब देने के लिए कोई दिशा निर्देश नहीं मिले मैं बिशप स्वामी के निर्देश पर ही आपको जवाब दे सकता हूँ :– फादर रॉकी शाह, प्रवक्ता कैथोलिक डायोसिस झाबुआ
मुझे अब तक इस विवाद के संबंध में कोई जानकारी नहीं हैं मेरे द्वारा मेरे वरिष्ठ फादर से चर्चा की गई हैं उनके द्वारा मुझे बताया गया की हम इस भूमि विवाद पर कम कर रहे हैं ऐसा वरिष्ठ फादर द्वारा बताया गया हैं ओर मुझे अब तक स्वतंत्र रूप से मिडिया प्रभारी का प्रभार नहीं दिया गया हैं ऐसे में मुझे कोई जानकारी नहीं होने व बिना अनुमति के आपको कोई जवाब नहीं दे सकता हूँ :–फादर मनीष मिडिया प्रभारी कैथोलिक डायोसिस झाबुआ,बिशप हाउस मेघनगर
अगले अंक में हम आपको बताएँगे की कैथोलिक मिशन ईशगढ़ पिपलिया के फादर मुकेश गरासिया, एवं कैथोलिक मिशन के पदाधिकारियों द्वारा उक्त कृषि भूमि छिनने का उद्देश्य व बहार की किन संस्था की क्या भूमिका हैं जानने के लिए हमारे साथ बने रहिये









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